रहली नगर पालिका के सफाई दरोगा पर जातिगत टिप्पणी और मारपीट का आरोप, मामला दर्ज

 रहली नगर पालिका के सफाई दरोगा पर जातिगत टिप्पणी और मारपीट का आरोप, मामला दर्ज



रहली (मध्य प्रदेश) – नगर पालिका परिषद रहली में सफाई दरोगा के पद पर पदस्थ महेश ठाकुर के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने और मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ है। घटना ने नगर में हलचल मचा दी है और प्रशासन पर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं।

घटना का पूरा विवरण:

पीड़ित सुखनंदन गौड़, जो नगर पालिका में नल लाइनमैन के पद पर कार्यरत हैं, से सफाई दरोगा महेश ठाकुर ने जातिगत अभद्र भाषा का प्रयोग किया।

जब सुखनंदन गौंड ने इसका विरोध किया और कहा कि "तुम मुझे जातिगत रूप से अपमानित नहीं कर सकते", तब महेश ठाकुर गुस्से में आ गया और सुखनंदन के सिर पर डंडे से वार कर दिया।

इस हमले में सुखनंदन के सिर में गंभीर चोटें आई हैं।

थाने में हुआ दूसरा विवाद:

घायल सुखनंदन के बेटे राहुल गौंड और पत्नी जब थाना रहली पहुंचे, तो वहां दरोगा महेश ठाकुर ने रिपोर्ट दर्ज न करने का दबाव बनाया।

राहुल गौंड से झूमाझटकी और मारपीट भी की गई।

गुस्से में आकर राहुल ने महेश ठाकुर की लट्ठ से पिटाई कर दी, जिससे उसके बाएं पैर की जांघ में चोट आई।

दोनों पक्षों ने दर्ज कराई रिपोर्ट:






पीड़ित सुखनंदन गौड़ ने महेश ठाकुर के खिलाफ जातिगत अपमान और मारपीट की शिकायत दर्ज करवाई।

वहीं महेश ठाकुर ने भी राहुल के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई है।

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दरोगा महेश ठाकुर के पुराने विवाद:

1. जिंदा मुर्गों को मिट्टी में दफन करवाया – अमानवीयता का उदाहरण।

2. तेज आंधी में गिरे पेड़ को हटाने से इनकार – पीड़ित की कई अपीलों के बावजूद असंवेदनशील रवैया।

3. सागौन पेड़ काटने का मामला – बिना अनुमति पेड़ कटाई और बिक्री की आशंका, CCTV फुटेज वायरल।

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प्रशासन पर उठे सवाल:

नगर पालिका प्रशासन की मौन भूमिका, पुराने मामलों पर कार्रवाई न होना और जप्ती तक न बनाना यह दर्शाता है कि दरोगा महेश ठाकुर को प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त हो सकता है।

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निष्कर्ष:

इस घटना ने नगर में प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन निष्पक्ष जांच कर पीड़ितों को न्याय दिला पाएगा या नहीं।

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