भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर संघ-बीजेपी में मतभेद, संजय जोशी और वसुंधरा राजे पर अड़ा संघ
नई दिल्ली – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बीच खींचतान जारी है। संघ संजय जोशी और वसुंधरा राजे सिंधिया के नाम पर अडिग है, जबकि भाजपा नेतृत्व इन नामों पर सहमत नहीं दिख रहा। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित रिटायरमेंट (17 सितंबर 2025) को लेकर भी चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। राजनीतिक गलियारों में सवाल उठ रहा है कि पीएम मोदी के बाद पार्टी का नेतृत्व कौन संभालेगा?
संघ-भाजपा के बीच अध्यक्ष पद पर गतिरोध
RSS ने हिंदू नव वर्ष में रामनवमी तक भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा करने की समय सीमा तय की थी। लेकिन, भाजपा हाईकमान ने अभी तक संघ के सुझाए नामों पर हामी नहीं भरी और जेपी नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाने के साथ ही नए संभावित नामों की सूची लंबी कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में बेंगलुरु में संघ की तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हुई, जिसमें भाजपा अध्यक्ष पद के अलावा प्रधानमंत्री मोदी के 75 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद सम्मानजनक रिटायरमेंट पर भी चर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि भाजपा में वरिष्ठ नेताओं के लिए 75 वर्ष की आयु के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की परंपरा रही है। इसी नियम के तहत लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, और यशवंत सिन्हा जैसे दिग्गज नेता मार्गदर्शक मंडल में भेजे गए थे।
स्वामी चिन्मयानंद का बयान – "अब संघनिष्ठ ही बनेगा भाजपा अध्यक्ष"
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने स्पष्ट किया कि भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरी तरह संघ की विचारधारा से जुड़ा होगा। उन्होंने कहा,
"जेपी नड्डा जैसा अध्यक्ष अब कतई नहीं होगा। भाजपा संघ के सहयोगी संगठनों में से एक है और कोई भी संघ को दरकिनार कर राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना सकता।"
मोदी के बाद कौन? भाजपा में बढ़ी हलचल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी के अंदर "चाणक्य" बनने की होड़ चल रही है, और कुछ नेता खुद को "चंद्रगुप्त" के रूप में स्थापित करने की कोशिश में हैं।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा में ऐसे कई नेता हैं जो राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए दावा ठोक सकते हैं, लेकिन संघ ने फिलहाल संजय जोशी और वसुंधरा राजे सिंधिया के नामों पर मुहर लगा रखी है। हालांकि, इन नामों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की सहमति नहीं बनी है।
क्या रामनवमी के बाद होगा नए अध्यक्ष का ऐलान?
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि रामनवमी के बाद इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है। संघ अपने फैसले पर अडिग है, जबकि भाजपा नेतृत्व अपने अनुसार अध्यक्ष चुनने की कोशिश में है।
निष्कर्ष
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चल रही खींचतान आने वाले दिनों में और तेज हो सकती है। संघ और भाजपा के बीच यह संघर्ष पार्टी की आंतरिक राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है। क्या संघ अपने फैसले पर कायम रहेगा या भाजपा नेतृत्व किसी और नाम पर मुहर लगाएगा? यह सवाल अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का केंद्र बन गया है।
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✔ भाजपा अध्यक्ष 2024
✔ संजय जोशी भाजपा
✔ वसुंधरा राजे संघ
✔ पीएम मोदी रिटायरमेंट
✔ भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन
✔ भाजपा संघ मतभेद
✔ जेपी नड्डा के बाद कौन?
✔ नरेंद्र मोदी 75 साल
"भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर संघ और पार्टी हाईकमान में मतभेद जारी हैं। संघ संजय जोशी और वसुंधरा राजे के नाम पर अडिग, लेकिन भाजपा नेतृत्व इन नामों पर सहमत नहीं। पीएम मोदी के संभावित रिटायरमेंट को लेकर भी चर्चाएं तेज।"