गुणवत्ताहीन हो रहा पुलिया पर सी सी निर्माण,रेत की जगह हो रहा मिट्टी युक्त काली डस्ट का प्रयोग।
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घटिया मटेरियल से निर्माणाधीन सीसी |
पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव की विकास नीति को ग्रहण लगाते पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी और ठेकेदार।
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फ्लोरी में होता डस्ट का प्रयोग |
रहली - लोक निर्माण विभाग के द्वारा 80 लाख की लागत से महेंद्रा पुल से पीराहार तक बन रही सड़क एवं पुलिया घटिया निर्माण की भेट चढ़ रही है।इस पूरे निर्माण में ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से सड़क निर्माण में गुणवत्ताहीन सामग्री का भरपूर प्रयोग किया जा रहा है। नियमानुसार सड़क निर्माण में लाल रेत का प्रयोग किया जाना है।लेकिन ठेकेदार द्वारा रेत की जगह काली डस्ट का भरपूर प्रयोग किया जा रहा जा रहा है। जब मौके पर पहुंचे तो फ्लोरी में काली डस्ट युक्त घटिया कंक्रीट मटेरियल बनाया गया और सी सी सड़क का निर्माण शुरू किया गया। सी सी सड़क निर्माण में किसी भी प्रकार का बेस भी नही बनाया गया है मिट्टी में ही सी.सी. की ढलाई की जा रही है।
रहली विधानसभा के विधायक और पूर्व में पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते हुए गोपाल भार्गव के द्वारा क्षेत्र में उन्नति और बेहतर विकास के नजरिए से इन तमाम सड़कों को स्वीकृत किया गया था। जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा हो सके लेकिन विभाग के कर्मचारी और ठेकेदार उनकी इन उम्मीदों को पलीता लगा रहे हैं। उक्त निर्माण में ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों की स्पष्ट मिली भगत है विभाग की ठेकेदारों के लिए सह है तभी जाके बेधड़क और बेझिझक तरीके से ऐसा घटिया निर्माण हो रहा है। विभाग कैसे उदासीन रवैया से आप यह अंदाजा लगा सकते हैं की मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर जब इतना घटिया स्तर का निर्माण कार्य हो रहा है। तो 10 किलोमीटर की दूरी में अन्य निर्माण कार्यों की क्या स्थिति होगी?
इन दिनों लोक निर्माण विभाग द्वारा क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों की एक ऐसी इबारत लिखी जा रही है जो लोग वर्षों नहीं केवल एक महीने ही वामुश्किल याद रख पाएंगे।
क्योंकि ऐसे निर्माण से कुछ दिनों में सड़कों के केवल अवशेष ही मिलेंगे। इस संबंध में पीडब्लूडी एसडीओ साहित्य तिवारी ने बताया कि उक्त सड़क की जांच कर कमियां पाए जाने पर सम्बंधित ठेकेदार पर कार्रवाही की जायेगी।